अगर तुम साथ हो

अगर तुम साथ हो तो सब कुछ अच्छा लगता है।
मौसम तो वही रहता है पर दिल गाने लगता है।

उदास सा लगता है सब कुछ, मन भारी रहता है।
अगर तुम साथ हो तो सब कुछ मनोहारी लगता है।

कुछ करने का मन नहीं करता,
अनजानी आशंकाओं से मन डरता है।
अगर तुम साथ हो तो मन निश्चिंत होकर रहता है।

दिल घबराता है कहीं जाने का मन नहीं करता है।
अगर तुम साथ हो तो मन चौकड़ियाँ भरता है।

रोज सुबह होती है और सूरज भी निकलता है।
अगर तुम साथ हो तो ही मेरा सबेरा होता है।

चाय की प्याली होती है सुबह का आलम होता है।
अगर तुम साथ हो तो ही चाय मुक्कमल होता है।

कई कोमल भावनाओं संग गुनगुनाना होता है।
अगर तुम साथ हो तो ही मीठा तराना होता है।

सभी होते हैं घर में,पूरा घर भरा हुआ होता है।
अगर तुम साथ हो तो अजीब सा सुकून होता है।


तो ही मीठा तराना होता है।


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